थोड़ा-थोड़ा राज उगल रही है मैं हकीकत की बुनियाद पर पहुंच रहा हूं जो गलतियां उससे हुई है मुझे लगता है वह कहीं ना कहीं मजबूर थी
जिस दिन वक्त की अहमियत को बखूबी पहचान जाओगे अच्छा कार्य करोगे सफलता मिल जाएगी जिंदगी में कोई ख्वाहिश अधूरी नहीं रहेगी सच्चाई के रास्ते पर चलकर दुनिया की हर जंग जीत जाओगे अच्छा कर्म करोगे किस्मत बदल जाएगी सही रास्ते मंजिल तक पहुंचते हैं सोच समझकर आगे कदम बढ़ाना चाहिए HINDI SHAYARI SANGRAH 1. शायरी संग्रह 2. हिंदी शायरी 3. हिंदी शायरी 4. हिंदी मजेदार - शायरी संग्रह 5. कविता 6. नई शायरी 7. मजेदार - शायरी संग्रह 8. मनोज कुमार 9. रस भरी शायरी 10. मोहब्बत भरी - शायरी संग्रह 11. विशाल शायरी संग्रह 12. शायरी - मस्ती 13. शायरी का जलवा 14. शायरी का तड़का 15. शायरी डायरी 16. शायरी संग्रह मनोज कुमार गोरखपुर 17. शायरी मनोज कुमार गोरखपुर 18. शायरी मनोरंजन 19. शायरी मनोरंजन 20. शायरी-SHAYARI 21. शायरी-जिंदगी की गलियां 21. शायरी-दिल के जज्बात 22. हिंदी नई शायरी 23. हिंदी मसाला - शायरी संग्रह 24. हिंदी शायरी 25. हिंदी शायरी 26. हिंदी शायरी | Hindi shayari 27. हिंदी शायरी का तड़का 28. हिंदी शायरी की मस्ती 29. हिंदी शायरी के साथ भरपूर मनोरंजन