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फ़रवरी, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वह क्या कह रही थी

वह क्या कह रही थी तुम समझ नहीं पाओगे जो वह पलट देगी बात को बड़ी बारीकी से इशारों में हर किसी को उलझा कर रखती है तुम्हारी जहां से खत्म होती है वहां से वह अपनी बात की शुरुआत रखती है

उसके रूठने का बहाना तो देखिए

 उसके रूठने का बहाना तो देखिए मैंने कुछ कहा भी नहीं वह गुस्सा कर जाने लगी रोकने की कोशिश करता रहा और ज्यादा वो नखरे दिखाने लगी

थोड़ा-थोड़ा राज उगल रही है

थोड़ा-थोड़ा राज उगल रही है मैं हकीकत की बुनियाद पर पहुंच रहा हूं जो गलतियां उससे हुई है मुझे लगता है वह कहीं ना कहीं मजबूर थी